
Bihar Board Class 9 आपदा प्रबंधन अध्याय 12 ‘समुदाय आधारित आपदा प्रबंधन’ में हम सीखते हैं कि किसी भी आपदा की स्थिति में समुदाय की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण होती है।
इस पाठ में यह समझाया गया है कि स्थानीय लोग, संगठन और स्वयंसेवी समूह मिलकर आपदा से पहले, दौरान और बाद में कैसे सहायता कर सकते हैं।
पाठ्यपुस्तक | NCERT / SCERT |
कक्षा | कक्षा-09 |
विषय | आपदा प्रबंधन |
अध्याय | अध्याय 12 |
प्रकरण | समुदाय आधारित आपदा प्रबंधन |
Bihar Board Class 9 आपदा प्रबंधन अध्याय 12 समुदाय आधारित आपदा प्रबंधन के वस्तुनिष्ठ प्रश्नों का उत्तर:
1. आपदा प्रबंधन के तीन प्रमुख अंगों में कौन एक निम्नलिखित में शामिल नहीं है?
(क) पूर्वानुमान, चेतावनी एवं प्रशिक्षण
(ख) आपदा के समय प्रबंधन गतिविधियां
(ग) आपदा के बाद निश्चित रहना
(घ) आपदा के बाद प्रबंधन कार्य करना
उत्तर: (ग) आपदा के बाद निश्चित रहना
2. प्रत्येक ग्रीष्म ऋतु में कौन सी आपदा लगभग निश्चित है?
(क) आगजनी
(ख) वायु दुर्घटना
(ग) रेल दुर्घटना
(घ) सड़क दुर्घटना
उत्तर: (क) आगजनी
3. सामुदायिक प्रबंधन के अंतर्गत निम्नलिखित में से कौन एक प्राथमिक क्रियाकलाप में शामिल नहीं है?
(क) निकटतम प्राथमिक चिकित्सा केंद्र को सूचित करना।
(ख) प्रभावित लोगों को स्वच्छ जल और भोजन की उपलब्धता की गारंटी करना।
(ग) आपदा की जानकारी प्रशासन तंत्र को नहीं देना।
(घ) आपातकालीन राहत शिविर की व्यवस्था करना।
उत्तर: (ग) आपदा की जानकारी प्रशासन तंत्र को नहीं देना।
4. ग्रामीण आपदा प्रबंधन समिति के प्रमुख कार्य हैं?
(क) प्राथमिक उपचार की व्यवस्था नहीं करना।
(ख) सभी को सुरक्षा देना।
(ग) राहत शिविर का चयन एवं राहत पहुंचाने का कार्य करना।
(घ) स्वच्छता का ख्याल रखना।
उत्तर: (ग) राहत शिविर का चयन एवं राहत पहुंचाने का कार्य करना।
Bihar Board Class 9 आपदा प्रबंधन अध्याय 12 समुदाय आधारित आपदा प्रबंधन के लघु उत्तरीय प्रश्नों का उत्तर:
1. अग्निशमन दस्ता आने के पूर्व समुदाय द्वारा कौन से प्रयास किए जाने चाहिए?
उत्तर: अग्निशमन दस्ते के आने से पहले समुदाय को निम्नलिखित प्रयास करने चाहिए:
- आग को फैलने से रोकने का प्रयास करें।
- पानी, बालू या अग्निशामक यंत्रों का उपयोग करें।
- प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाएं।
- घबराएं नहीं और अनुशासन बनाए रखें।
- तुरंत अग्निशमन विभाग व प्रशासन को सूचना दें।
2. ग्रामीण स्तर पर आपदा प्रबंधन समिति के गठन में कौन-कौन से सदस्य शामिल होते हैं?
उत्तर: ग्रामीण आपदा प्रबंधन समिति में निम्न सदस्य होते हैं:
- ग्राम प्रधान या मुखिया
- पंचायत सचिव
- विद्यालय शिक्षक
- स्थानीय स्वास्थ्य कर्मी
- सामाजिक कार्यकर्ता
- युवा स्वयंसेवक
- महिला प्रतिनिधि
- गैर सरकारी संगठन के सदस्य (यदि उपलब्ध हों)
3. आपदा प्रबंधन के लिए समुदाय में किन अच्छे गुणों का होना आवश्यक है?
उत्तर: आपदा प्रबंधन के लिए समुदाय में ये गुण आवश्यक होते हैं:
- सहयोग की भावना
- तत्परता एवं सतर्कता
- नेतृत्व क्षमता
- साहस एवं धैर्य
- सामूहिक कार्य की भावना
- अनुशासन एवं जिम्मेदारी का बोध
Bihar Board Class 9 आपदा प्रबंधन अध्याय 12 समुदाय आधारित आपदा प्रबंधन के दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों का उत्तर:
1. आपदा प्रबंधन में समुदाय की केंद्रीय भूमिका का वर्णन करें :
उत्तर :आपदा प्रबंधन का सबसे प्रभावी हिस्सा स्थानीय समुदाय होता है क्योंकि वही आपदा के पहले, दौरान और बाद सबसे अधिक सक्रिय रहता है।
मुख्य भूमिका:
- तत्काल प्रतिक्रिया: आपदा के समय सबसे पहले सहायता पहुंचाने वाले स्थानीय लोग होते हैं।
- प्राथमिक सहायता: घायल व्यक्तियों को प्राथमिक उपचार देना।
- जानकारी देना: बाहर से आने वाले राहत दलों को सटीक सूचना देना।
- अस्थायी पुनर्वास: शरण स्थलों की व्यवस्था करना।
- संपत्ति की सुरक्षा: आग, बाढ़ या भूकंप के दौरान संपत्ति की रक्षा में सहयोग।
अन्य योगदान:
- बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों की मदद करना।
- खाद्य, जल और दवाओं का वितरण करना।
- सरकारी प्रयासों में सहयोग करना।
निष्कर्ष: आपदा प्रबंधन में समुदाय की सक्रिय और संगठित भागीदारी से जान-माल की हानि को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
2. ग्रामीण आपदा प्रबंधन समिति के कार्यों का विस्तृत वर्णन करें :
उत्तर : ग्राम स्तर पर गठित आपदा प्रबंधन समिति ग्रामीण इलाकों में आपदा के प्रभाव को कम करने का कार्य करती है।
मुख्य कार्य:
- जोखिम आकलन करना: गाँव में कौन-कौन सी आपदाएं संभावित हैं, इसका पता लगाना।
- तैयारी करना: ग्रामीणों को जागरूक करना और बचाव अभ्यास कराना।
- संसाधनों की सूची बनाना: उपलब्ध संसाधनों जैसे प्राथमिक चिकित्सा, वाहन, जलस्रोत आदि की जानकारी रखना।
- संपर्क व्यवस्था बनाना: प्रशासन, अस्पताल, पुलिस आदि से समन्वय बनाए रखना।
आपदा के समय:
- लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाना।
- प्राथमिक उपचार देना।
- राहत सामग्री का वितरण सुनिश्चित करना।
आपदा के बाद:
- पुनर्वास कार्यों में सहयोग करना।
- सरकारी सहायता दिलाने में मदद करना।
निष्कर्ष: ग्रामीण आपदा प्रबंधन समिति एक महत्वपूर्ण संस्था है जो गांव को आपदा के प्रभाव से बचाने में मदद करती है।
3. आपदा प्रबंधन में समुदाय की भागीदारी को कैसे सुनिश्चित किया जा सकता है?
उत्तर : समुदाय की सक्रिय भागीदारी के बिना आपदा प्रबंधन पूर्ण रूप से सफल नहीं हो सकता।
सुनिश्चित करने के उपाय:
- जागरूकता अभियान चलाना: लोगों को आपदा के प्रकार, उपाय और उनकी भूमिका बताना।
- प्रशिक्षण देना: बचाव, प्राथमिक उपचार, अग्निशमन आदि का प्रशिक्षण देना।
- स्वयंसेवक दल बनाना: युवाओं, महिलाओं और बच्चों को शामिल करना।
- सहभागिता सुनिश्चित करना: ग्रामसभा, विद्यालय और सामाजिक संगठनों को जोड़ना।
- मॉक ड्रिल आयोजित करना: समय-समय पर आपदा प्रबंधन अभ्यास कराना।
- संचार प्रणाली विकसित करना: संकट के समय सूचना आदान-प्रदान की व्यवस्था करना।
निष्कर्ष: स्थानीय स्तर पर लोगों को जागरूक, संगठित और प्रशिक्षित कर आपदा प्रबंधन में उनकी भागीदारी सुनिश्चित की जा सकती है।
📌अन्य महत्वपूर्ण पोस्ट:
Bihar Board Class 9 आपदा प्रबंधन अध्याय 11 मानवीय गलतियों के कारण घटित आपदाएं (ग) जैविक आपदा
Bihar Board Class 9 राजनीति विज्ञान अध्याय 1 लोकतंत्र का क्रमिक विकास