
Bihar Board Class 10 Economics Chapter 4. हमारी वित्तीय संस्थाएँ अध्याय छात्रों को भारत की वित्तीय संस्थाओं और उनकी भूमिकाओं की समझ प्रदान करता है। इस अध्याय में बैंकों, बीमा कंपनियों और अन्य वित्तीय संस्थाओं के कार्य और महत्व को विस्तार से समझाया गया है। इस लेख में हम इस अध्याय से संबंधित प्रमुख प्रश्नों और उनके उत्तरों का समाधान प्रस्तुत करेंगे, जिससे छात्रों को विषय को समझने और परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने में सहायता मिलेगी।
पाठ्यपुस्तक | BSTBPC |
कक्षा | कक्षा-10 |
विषय | अर्थशास्त्र |
अध्याय | अध्याय 4 |
प्रकरण | हमारी वित्तीय संस्थाएँ |
Bihar Board Class 10 Economics Solution Chapter 4. हमारी वित्तीय संस्थाएँ के वस्तुनिष्ठ प्रश्नों के उत्तर:
सही विकल्प चुनें।
1. गैर संस्थागत वित्त प्रदान करने वाला सबसे लोकप्रिय साधन है –
(क) देशी बैंकर
(ख) महाजन
(ग) व्यापारी
(घ) सहकारी बैंक
उत्तर (ख)
2. इनमें से कौन संस्थागत वित्त का साधन है –
(क) सेठ-साहूकार
(ख) रिश्तेदार
(ग) व्यवसायिक बैंक
(घ) महाजन
उत्तर (ग)
3. भारत के केंद्रीय बैंक कौन है?
(क) रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया
(ख) क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
(ग) स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया
(घ) पंजाब नेशनल बैंक
उत्तर (क)
4. राज्य में कार्यरत केंद्र सहकारी बैंक की संख्या कितनी है?
(क) 50
(ख) 75
(ग) 35
(घ) 25
उत्तर (घ)
5. दीर्घकालीन ऋण प्रदान करने वाली संस्था कौन सी है?
(क) कृषक महाजन
(ख) भूमि विकास बैंक
(ग) प्राथमिक कृषि साख समिति
(घ) इनमें कोई नहीं
उत्तर (ख)
6. भारत की वित्तीय राजधानी किस शहर को कहा गया है?
(क) मुंबई
(ख) दिल्ली
(ग) पटना
(घ) बेंगलुरु
उत्तर (क)
7. सहकारिता प्रांतीय सरकारों का हस्तांतरित विषय कब बनी?
(क) 1929 ई०
(ख) 1919 ई०
(ग) 1918 ई०
(घ) 1914 ई०
उत्तर (ख)
8. देश में अभी कार्यरत क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक की संख्या है।
(क) 190
(ख) 192
(ग) 199
(घ) 196
उत्तर (घ)
9. व्यावसायिक बैंकों का राष्ट्रीयकरण कब किया गया?
(क) 1966 ईo
(ख) 1980 ई०
(ग) 1969 ई०
(घ) 1975 ई०
उत्तर (ग)
रिक्त स्थानों को पूर्ति करें।
1. साख अथवा ऋण की आवश्यकताओं की पूर्ति ………. संस्थाओं के द्वारा की जाती है ।
2. ग्रामीण क्षेत्र में साहूकार द्वारा प्राप्त दिन की प्रतिशत मात्रा ………. है ।
3. प्राथमिक कृषि साख समिति कृषकों को ………. ऋण प्रदान करती है ।
4. भारतीय रिजर्व बैंक की स्थापना ………. में हुई ।
5. वित्तीय संस्थाएं किसी भी देश का ………. माना जाता है।
6. स्वयं सहायता समूह में लगभग ………. सदस्य होते हैं ।
7. SHG में बचत और ऋण संबंधित अधिकार निर्णय ………. लेते हैं ।
8. व्यवसायिक बैंक ………. प्रकार की जमा राशि को स्वीकार करते हैं ।
9. भारतीय पूंजी बाजार ………. वित्त सहायता प्रदान करती है ।
10. सूक्ष्म वित्त योजना के द्वारा ………. पैमाने पर साख अथवा ऋण की सुविधा उपलब्ध होता है ।
(उत्तर: 1. वित्तीय 2. 30 प्रतिशत 3. अल्पकालीन 4. 1935 इ० 5. मेरुदंड (Back-Bone) 6. 15-20 7. समूह क सदस्य 8. चार 9. दीर्घकालीन 10. छोटे या लघु )
Bihar Board Class 10 Economics Solution Chapter 4. हमारी वित्तीय संस्थाएँ के लघु उत्तरीय प्रश्नों के उत्तर:
प्रश्न 1. वित्तीय संस्था से आप क्या समझते हैं?
उत्तर: वित्तीय संस्था वह संगठन या संस्था होती है जो धन के प्रबंधन, निवेश, ऋण देने, और बचत जैसी वित्तीय सेवाएँ प्रदान करती है। इनमें बैंक, बीमा कंपनियाँ, और अन्य वित्तीय संस्थान शामिल होते हैं।
प्रश्न 2. राज्य की वित्तीय संस्थान को कितने भागों में बांटा गया है, संक्षिप्त वर्णन करें।
उत्तर: राज्य की वित्तीय संस्थानों को मुख्यतः दो भागों में बांटा गया है:
(i) वित्तीय नियामक संस्थान: ये संस्थान वित्तीय गतिविधियों को नियंत्रित और नियोजित करते हैं, जैसे रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI)।
(ii) वित्तीय सेवा संस्थान: ये संस्थान जनता को विभिन्न वित्तीय सेवाएँ प्रदान करते हैं, जैसे बैंक, बीमा कंपनियाँ, और म्यूचुअल फंड।
प्रश्न 3. किसानों को साख अथवा ऋण की आवश्यकता क्यों होती है?
उत्तर: किसानों को खेती के लिए बीज, उर्वरक, उपकरण, और अन्य आवश्यकताओं के लिए धन की जरूरत होती है। उनके पास पर्याप्त पूंजी न होने के कारण उन्हें साख या ऋण की आवश्यकता होती है ताकि वे खेती की प्रक्रिया को सुचारू रूप से चला सकें।
प्रश्न 4. व्यवसायिक बैंक कितने प्रकार की जमा राशि को स्वीकार करते हैं? संक्षिप्त विवरण करें।
उत्तर: व्यवसायिक बैंक मुख्यतः तीन प्रकार की जमा राशि को स्वीकार करते हैं:
(i) चालू खाता (Current Account): यह व्यापारियों और व्यवसायों के लिए होता है, जिसमें असीमित लेन-देन की सुविधा होती है।
(ii) बचत खाता (Savings Account): यह खाता व्यक्तियों के लिए होता है, जिसमें सीमित लेन-देन की सुविधा और ब्याज की सुविधा मिलती है।
(iii) मियादी जमा (Fixed Deposit): यह जमा एक निश्चित अवधि के लिए होता है, जिसमें उच्च ब्याज दर दी जाती है।
प्रश्न 5. सहकारिता से आप क्या समझते हैं?
उत्तर: सहकारिता एक संगठनात्मक प्रणाली है जिसमें लोग स्वेच्छा से एक साथ आकर अपनी आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए एक सहकारी संस्था का गठन करते हैं। इसमें सदस्य अपनी पूंजी, श्रम और अन्य संसाधनों का योगदान करते हैं और लाभ का वितरण आपसी समझौते से किया जाता है।
प्रश्न 6. स्वयं सहायता समूह (Self Help Group) से आप क्या समझते हैं?
उत्तर: स्वयं सहायता समूह (Self Help Group) ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों का एक स्वैच्छिक समूह होता है, जो छोटे-छोटे बचत और ऋण प्रदान करने के उद्देश्य से कार्य करता है। यह समूह आमतौर पर महिलाओं द्वारा संचालित होता है और ग्रामीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
प्रश्न 7. भारत में सहकारिता की शुरुआत किस प्रकार हुई? संक्षिप्त वर्णन करें।
उत्तर: भारत में सहकारिता की शुरुआत 1904 में “सहकारी ऋण सोसाइटी अधिनियम” के साथ हुई। इसका उद्देश्य किसानों को ऋण प्रदान करना और उन्हें साहूकारों के चंगुल से मुक्त करना था। इसके बाद सहकारी आंदोलन ने कृषि, उर्वरक, डेयरी, और अन्य क्षेत्रों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
प्रश्न 8. सूक्ष्म वित्तीय योजना को परिभाषित करें।
उत्तर: सूक्ष्म वित्तीय योजना (Microfinance) वह प्रणाली है जिसमें गरीब और निम्न आय वर्ग के लोगों को छोटी राशि के ऋण, बचत और बीमा जैसी वित्तीय सेवाएँ प्रदान की जाती हैं। इसका उद्देश्य इन लोगों की आर्थिक स्थिति को सुधारना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है।
Bihar Board Class 10 Economics Solution Chapter 4. हमारी वित्तीय संस्थाएँ के दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों के उत्तर:
प्रश्न 1. राष्ट्रीय वित्तीय संस्थान किसे कहते हैं? इसे कितने भागों में बांटा जाता है? वर्णन करें।
उत्तर: राष्ट्रीय वित्तीय संस्थान वे संस्थाएँ होती हैं जो देश के आर्थिक विकास और वित्तीय स्थिरता को बनाए रखने के लिए वित्तीय सेवाएँ प्रदान करती हैं। इन्हें मुख्यतः दो भागों में बांटा जाता है:
(i) वित्तीय नियामक संस्थान: ये संस्थान देश की वित्तीय प्रणाली की निगरानी और नियमन करते हैं, जैसे रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) और भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI)।
(ii) वित्तीय सेवा संस्थान: ये संस्थान जनता को विभिन्न प्रकार की वित्तीय सेवाएँ प्रदान करते हैं, जैसे बैंक, बीमा कंपनियाँ, म्यूचुअल फंड, और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (NBFCs)।
प्रश्न 2. राज्य स्तरीय संस्थागत वित्तीय स्रोत के कार्यों का वर्णन करें।
उत्तर: राज्य स्तरीय संस्थागत वित्तीय स्रोत, जैसे राज्य वित्त निगम (SFC) और राज्य औद्योगिक विकास निगम (SIDC), निम्नलिखित कार्य करते हैं:
(i) उद्योगों को वित्तीय सहायता: ये संस्थान छोटे और मध्यम उद्योगों को ऋण और अन्य वित्तीय सहायता प्रदान करते हैं।
(ii) उद्योगों का विकास: राज्य के आर्थिक विकास के लिए नए उद्योगों की स्थापना और मौजूदा उद्योगों का विस्तार करने में सहायता करते हैं।
(iii) रोजगार सृजन: राज्य में रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए औद्योगिक विकास को प्रोत्साहित करते हैं।
(iv) समाज के पिछड़े वर्गों को समर्थन: ये संस्थान अनुसूचित जातियों, जनजातियों और अन्य पिछड़े वर्गों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए विशेष योजनाओं का संचालन करते हैं।
प्रश्न 3. व्यवसायिक बैंक के प्रमुख कार्यों की विवेचना करें।
उत्तर: व्यवसायिक बैंक देश की आर्थिक प्रणाली में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इनके प्रमुख कार्य निम्नलिखित हैं:
(i) जमा स्वीकार करना: बैंक लोगों की बचत को विभिन्न खातों जैसे चालू खाता, बचत खाता और मियादी जमा के रूप में स्वीकार करते हैं।
(ii) ऋण प्रदान करना: बैंक विभिन्न प्रकार के ऋण जैसे व्यक्तिगत ऋण, व्यापारिक ऋण, गृह ऋण आदि प्रदान करते हैं, जिससे आर्थिक गतिविधियों को प्रोत्साहन मिलता है।
(iii) भुगतान और निपटान सेवाएँ: बैंक चेक, ड्राफ्ट, और इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर जैसी सेवाएँ प्रदान करते हैं, जिससे व्यापार और अन्य वित्तीय लेन-देन सुगमता से होते हैं।
(iv) वित्तीय सलाहकार सेवाएँ: बैंक अपने ग्राहकों को निवेश, बीमा और वित्तीय योजनाओं के बारे में सलाह भी प्रदान करते हैं।
प्रश्न 4. सहकारिता के मूल तत्व क्या हैं? राज्य के विकास में इसकी भूमिका का वर्णन करें।
उत्तर: सहकारिता के मूल तत्व निम्नलिखित हैं:
(i) स्वैच्छिकता और खुला सदस्यता: सहकारिता में सदस्यता स्वैच्छिक होती है और इसमें कोई भी व्यक्ति शामिल हो सकता है।
(ii) लोकतांत्रिक प्रबंधन: सहकारी संस्थाएँ अपने सदस्यों द्वारा संचालित होती हैं और प्रत्येक सदस्य के पास समान वोट का अधिकार होता है।
(iii) सदस्यों की आर्थिक भागीदारी: सहकारी संस्थाएँ अपने सदस्यों से पूंजी जुटाती हैं और लाभ का वितरण भी सदस्यों के बीच किया जाता है।
(iv) स्वायत्तता और स्वतंत्रता: सहकारी संस्थाएँ स्वतंत्र होती हैं और उनके निर्णय लेने की प्रक्रिया में सदस्यों की सक्रिय भागीदारी होती है।
राज्य के विकास में सहकारिता की महत्वपूर्ण भूमिका है:
(i) कृषि विकास: सहकारी समितियाँ किसानों को उर्वरक, बीज और कृषि उपकरण उपलब्ध कराकर कृषि उत्पादन को बढ़ावा देती हैं।
(ii) ग्रामीण विकास: सहकारिता ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ाने और गरीबी को कम करने में मदद करती है।
(iii) वित्तीय समावेशन: सहकारी बैंक और ऋण संस्थाएँ ग्रामीण और शहरी गरीबों को ऋण और अन्य वित्तीय सेवाएँ प्रदान करती हैं।
प्रश्न 5. स्वयं सहायता समूह में महिलाएं किस प्रकार अपनी अहम भूमिका निभाती हैं? वर्णन करें।
उत्तर: स्वयं सहायता समूह (Self Help Groups) में महिलाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं:
(i) आर्थिक सशक्तिकरण: महिलाएं समूह के माध्यम से छोटे ऋण प्राप्त कर अपना खुद का व्यवसाय शुरू कर सकती हैं, जिससे उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने का अवसर मिलता है।
(ii) सामाजिक सशक्तिकरण: समूह की बैठकों के माध्यम से महिलाएं अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होती हैं और सामूहिक रूप से सामाजिक मुद्दों का सामना कर सकती हैं।
(iii) नियंत्रण और निर्णय लेने की प्रक्रिया में भागीदारी: महिलाएं समूह की आर्थिक गतिविधियों और निर्णय लेने की प्रक्रियाओं में सक्रिय रूप से भाग लेती हैं, जिससे उनकी नेतृत्व क्षमता और आत्मविश्वास में वृद्धि होती है।
(iv) सहायता और समर्थन: समूह की महिलाएं एक-दूसरे की सहायता करती हैं, जिससे वे किसी भी आर्थिक या सामाजिक संकट से निपटने में सक्षम होती हैं।
Bihar Board Class 10 Economics Solution Chapter 4. हमारी वित्तीय संस्थाएँ के अन्य महत्वपूर्ण प्रश्नों के उत्तर:
[1] वित्तीय संस्थाएं पूरा करते हैं-
(क) ऋण संबंधी आवश्यकता
(ख) खाद्यान्न संबंधी आवश्यकता
(ग) स्वास्थ्य संबंधी आवश्यकता
(घ) रोज ब रोज की आवश्यकता
उत्तर (क)
[2] वित्तीय संस्थाएं क्या व्यवस्था करती है?
(क) कर्ज की
(ख) जमीन की
(ग) मकान की
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर (क)
[3] वित्त संस्थाओं के प्रकार होते हैं-
(क) दो
(ख) तीन
(ग) चार
(घ) पांच
उत्तर (क)
[4] सहकारी वित्त संस्था नहीं है-
(क) स्टेट बैंक आफ इंडिया
(ख) इलाहाबाद बैंक
(ग) सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया
(घ) साहूकार
उत्तर (घ)
[5] अर्द्धसरकारी वित्तीय संस्था है-
(क) भारतीय स्टेट बैंक
(ख) पंजाब नेशनल बैंक
(ग) क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
(घ) भारतीय रिजर्व बैंक
उत्तर (ग)
[6] बांग्लादेश के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित व्यक्ति है-
(क) प्रो० इकबाल यूनूस
(ख) मो० इकबाल यूनूस
(ग) प्रो० मो० यूनूस
(घ) मो० शफीक यूनूस
उत्तर (ग)
[7] देश की संगठित बैंकिंग प्रणाली के प्रकार हैं-
(क) एक
(ख) दो
(ग) चार
(घ) तीन
उत्तर (घ)
[8] भारत में केंद्रीय बैंक कौन है?
(क) रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया
(ख) क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
(ग) स्टेट बैंक ऑफ इंडिया
(घ) पंजाब नेशनल बैंक
उत्तर (क)
[9] भारत की वित्तीय राजधानी किस शहर को कहा गया है?
(क) मुंबई
(ख) दिल्ली
(ग) पटना
(घ) बेंगलुरु
उत्तर (क)
[10] भारत में एक संगठित पूंजी बाजार है-
(क) मुंबई
(ख) पटना
(ग) कोलकाता
(घ) दिल्ली
उत्तर (क)
[11] राज्य स्तरीय गैर संस्थागत वित्तीय संस्था है-
(क) सहकारी बैंक
(ख) व्यवसायिक बैंक
(ग) भूमि विकास बैंक
(घ) व्यापारी
उत्तर (घ)
[12] गैर संस्थागत वित्त प्रदान करने वाला सबसे लोकप्रिय साधन है-
(क) देशी बैंकर
(ख) महाजन
(ग) व्यापारी
(घ) सहकारी बैंक
उत्तर (ख)
[13] आज भी ऋण प्राप्त करने का सबसे लोकप्रिय स्रोत है?
(क) महाजन
(ख) रिश्तेदार एवं अन्य
(ग) बैंक
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर (क)
[14] गाँवों के साहूकारों का ऋण प्रदान करने में कितना प्रतिशत योगदान है?
(क) 10 प्रतिशत
(ख) 15 प्रतिशत
(ग) 20 प्रतिशत
(घ) 30 प्रतिशत
उत्तर (घ)
[15] साख की शुरुआत (2003) के अनुसार ग्रामीण परिवारों द्वारा संस्थागत स्रोत्र द्वारा लिया गया ऋण का प्रतिशत है-
(क) 50 प्रतिशत
(ख) 25 प्रतिशत
(ग) 52 प्रतिशत
(घ) 27 प्रतिशत
उत्तर (ग)
[16] इनमें कौन संस्थागत वित्तीय संस्था है?
(क) महाजन
(ख) सहकारी बैंक
(ग) व्यापारी
(घ) सेठ साहूकार
उत्तर (ख)
[17] इनमें से कौन संस्थागत वित्त का साधन है?
(क) सेठ साहूकार
(ख) रिश्तेदार
(ग) व्यवसायिक बैंक
(घ) महाजन
उत्तर (ग)
[18] बिहार में सहकारी बैंक द्वारा उपलब्ध सहकारी साख व्यवस्था है-
(क) त्रिस्तरीय
(ख) पंचस्तरीय
(ग) द्विस्तरीय
(घ) षष्ठस्तरीय
उत्तर (क)
[19] राज्य में कार्यरत केंद्रीय सहकारी बैंक की संख्या कितनी है?
(क) 50
(ख) 75
(ग) 35
(घ) 25
उत्तर (घ)
[20] कम से कम कितने व्यक्ति मिलकर सहकारी समिति का गठन कर सकते हैं?
(क) 10
(ख) 12
(ग) 14
(घ) 15
उत्तर (क)
[21] प्राथमिक कृषि साख समितियां (PACS) कृषकों को कौन सा ऋण प्रदान करती हैं?
(क) दीर्घकालीन
(ख) अल्पकालीन
(ग) क एवं ख दोनों
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर (ख)
[22] दसवीं पंचवर्षीय योजना के अनुसार बिहार में प्राथमिक सहकारी कृषि साख समितियों की संख्या है-
(क) 6840
(ख) 6841
(ग) 6844
(घ) 6842
उत्तर (घ)
[23] दीर्घकालीन ऋण प्रदान करने वाली संस्था कौन सी है?
(क) कृषक महाजन
(ख) भूमि विकास बैंक
(ग) प्राथमिक कृषि साख समिति
(घ) कोई नहीं
उत्तर (ख)
[24] भूमि विकास बैंक का नाम पहले क्या था?
(क) बंधक बैंक
(ख) सहकारी बैंक
(ग) सहकारी समिति
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर (क)
[25] व्यवसायिक बैंक का राष्ट्रीयकरण कब किया गया?
(क) 1966 ईo में
(ख) 1980 ईo में
(ग) 1969 ईo में
(घ) 1975 ईo में
उत्तर (ग)
[26] 2001 ईo में व्यवसायिक बैंकों ने कितने रुपए साख प्रदान किए?
(क) 540 लाख रुपये
(ख) 545 लाख रुपये
(ग) 548 लाख रुपये
(घ) 550 लाख रुपये
उत्तर (ग)
[27] भारत सरकार द्वारा क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक की स्थापना कब की गई?
(क) 1972 ईo में
(ख) 1973 ईo में
(ग) 1974 ईo में
(घ) 1975 ईo में
उत्तर (घ)
[28] 1984 ईo तक देश में कितने क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक स्थापित हो चुके थे?
(क) 142
(ख) 143
(ग) 144
(घ) 145
उत्तर (क)
[29] देश में अभी कार्यरत क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक की संख्या है-
(क) 190
(ख) 192
(ग) 199
(घ) 196
उत्तर (घ)
[30] नाबार्ड (NABARD) का स्थापना वर्ष है-
(क) 1980 ईo
(ख) 1981 ईo
(ग) 1982 ईo
(घ) 1983 ईo
उत्तर (ग)
[31] बिहार के वित्त संस्थागत स्रोतों में कौन सर्वाधिक महत्वपूर्ण है?
(क) व्यवसायिक बैंक
(ख) सहकारी बैंक
(ग) राष्ट्रीय संस्थान
(घ) राजकीय संस्थाएं
उत्तर (क)
[32] भारत में सहकारिता आंदोलन का प्रारंभ कब हुआ?
(क) 1904 ईo में
(ख) 1905 ईo में
(ग) 1907 ईo में
(घ) 1920 ईo में
उत्तर (क)
[33] सहकारिता प्रांतीय सरकारों का हस्तांतरित विषय कब बनी?
(क) 1929 ईo में
(ख) 1919 ईo में
(ग) 1918 ईo में
(घ) 1914 ईo में
उत्तर (ख)
[34] भारतीय रिजर्व बैंक की स्थापना कब हुई?
(क) 1934 ईo में
(ख) 1935 ईo में
(ग) 1948 ईo में
(घ) 1951 ईo में
उत्तर (ख)
[35] स्वयं सहायता समूह में लगभग कितने सदस्य होते हैं?
(क) 15-20
(ख) 20-25
(ग) 25-30
(घ) 30-35
उत्तर (क)
[36] वित्तीय संस्थाओं में किन संस्थाओं को सम्मिलित किया जाता है?
(क) बीमा कंपनियां
(ख) व्यवसायिक बैंक
(ग) सहकारी साख समितियां
(घ) इनमें सभी
उत्तर (घ)
[37] वित्तीय सेवाओं की आवश्यकता किसे होती है?
(क) सरकार को
(ख) व्यक्तियों को
(ग) व्यवसाय संस्थाओं को
(घ) इनमें सभी
उत्तर (घ)