
बिहार बोर्ड कक्षा 10 भूगोल अध्याय 1a: प्राकृतिक संसाधन के इस अध्याय में हमलोग मैट्रिक वार्षिक परीक्षा 2023 के लिए महत्वपूर्ण अब्जेक्टिव एवं सब्जेक्टिव प्रश्नों का आध्यान करेंगे ।
पाठ्यपुस्तक | BSTBPC |
कक्षा | कक्षा-10 |
विषय | भूगोल |
अध्याय | अध्याय 1A |
प्रकरण | भूमि और मृदा संसाधन |
बिहार बोर्ड कक्षा 10 भूगोल अध्याय 1a: प्राकृतिक संसाधन के वस्तुनिष्ठ प्रश्नों के उत्तर:
1. पंजाब में भूमि निम्नीकरण का मुख्य कारण है:
(क) वनोन्मूलन
(ख) गहन खेती
(ग) अति पशुचारण
(घ) अधिक सिंचाई
उत्तर: (ख) गहन खेती
2. सोपानी कृषि किस राज्य में प्रचलित है?
(क) हरियाणा
(ख) पंजाब
(ग) बिहार का मैदानी क्षेत्र
(घ) उत्तराखंड
उत्तर: (घ) उत्तराखंड
3. मरुस्थलीय मृदा का विस्तार निम्न में से कहां है?
(क) उत्तर प्रदेश
(ख) राजस्थान
(ग) कर्नाटक
(घ) महाराष्ट्र
उत्तर: (ख) राजस्थान
4. मेंढक के प्रजनन को नष्ट करने वाला रसायन कौन है?
(क) बेंजीन
(ख) यूरिया
(ग) एंड्रिन
(घ) फास्फोरस
उत्तर: (ग) एंड्रिन
5. काली मृदा का दूसरा नाम क्या है?
(क) मृदा
(ख) रेगुर मृदा
(ग) लाल मृदा
(घ) पार्वती मृदा
उत्तर: (ख) रेगुर मृदा
बिहार बोर्ड कक्षा 10 भूगोल अध्याय 1a: प्राकृतिक संसाधन के लघु उत्तरीय प्रश्नों के उत्तर:
1. जलोढ़ मृदा के विस्तार वाले राज्यों का नाम बतावें। इस मृदा में कौन-कौन सी फसलें लगाई जा सकती हैं?
उत्तर: जलोढ़ मृदा उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब, हरियाणा, और पश्चिम बंगाल में विस्तारित है। इस मृदा में गेहूं, धान, गन्ना, दलहन, और कपास जैसी फसलें आसानी से उगाई जा सकती हैं। जलोढ़ मृदा उपजाऊ होती है और यह कृषि के लिए अत्यंत लाभकारी मानी जाती है।
2. समोच्च कृषि से आप क्या समझते हैं?
उत्तर: समोच्च कृषि वह विधि है जिसमें ढलान वाली भूमि पर समोच्च रेखाओं के अनुसार खेती की जाती है। इस तकनीक से मिट्टी के अपरदन को रोका जाता है और पानी के बहाव को नियंत्रित किया जाता है, जिससे मृदा की नमी बनी रहती है और उपज में वृद्धि होती है।
3. पवन अपरदन वाले क्षेत्र में कृषि की कौन सी पद्धति उपयोगी मानी जाती है?
उत्तर: पवन अपरदन वाले क्षेत्रों में पट्टी खेती (Strip Cropping) उपयोगी मानी जाती है। इसमें फसलों को पट्टियों में उगाया जाता है, जिससे हवा के वेग को कम किया जाता है और मिट्टी के अपरदन से बचाव होता है। यह विधि रेगिस्तानी और शुष्क क्षेत्रों में अधिक उपयोगी है।
4. भारत के किन भागों में नदी डेल्टा का विकास हुआ है? यहाँ की मृदा की क्या विशेषता है?
उत्तर: भारत में गंगा-ब्रह्मपुत्र और महानदी के डेल्टा का विकास हुआ है। यहाँ की मृदा जलोढ़ मृदा होती है, जो अत्यंत उपजाऊ है। यह मृदा नदी द्वारा लाई गई होती है और इसमें विभिन्न खनिजों की भरपूर मात्रा होती है, जिससे कृषि के लिए यह बेहद उपयोगी होती है।
5. फसल चक्र मृदा संरक्षण में किस प्रकार सहायक है?
उत्तर: फसल चक्र से विभिन्न प्रकार की फसलें एक ही भूमि पर समय-समय पर उगाई जाती हैं, जिससे मिट्टी के पोषक तत्वों की भरपाई होती है। यह मिट्टी की उर्वरता बनाए रखने में सहायक है और मृदा के अत्यधिक उपयोग से बचाता है। इसके कारण मिट्टी की संरचना और गुणवत्ता बेहतर होती है।
बिहार बोर्ड कक्षा 10 भूगोल अध्याय 1a: प्राकृतिक संसाधन के दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों के उत्तर:
1. जलाक्रांतता कैसे उपस्थित होता है? मृदा अपरदन में इसकी क्या भूमिका है?
उत्तर: जलाक्रांतता (Waterlogging) तब होती है जब किसी क्षेत्र में अत्यधिक जल भराव हो जाता है और मिट्टी की जलनिकासी क्षमता कम हो जाती है। यह अधिक सिंचाई, नदियों का बाढ़ आना या जल प्रबंधन की कमी के कारण उत्पन्न होता है। जलाक्रांतता से मृदा अपरदन की संभावना बढ़ जाती है क्योंकि पानी के लगातार ठहराव से मिट्टी की संरचना कमजोर हो जाती है और उसकी उर्वरता घट जाती है। पानी के तेज बहाव से मिट्टी की ऊपरी परत का ह्रास होता है, जिसे मृदा अपरदन कहते हैं। इसके परिणामस्वरूप मिट्टी की उर्वरक क्षमता कम होती है, जिससे कृषि उत्पादन में गिरावट आती है। जलाक्रांत क्षेत्रों में जल निकासी की उचित व्यवस्था न होने पर मिट्टी का अपरदन अधिक तेजी से होता है।
2. मृदा संरक्षण पर एक निबंध लिखिए।
उत्तर: मृदा संरक्षण प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण में एक महत्वपूर्ण कदम है। मृदा अपरदन को रोकने और इसकी उर्वरता को बनाए रखने के लिए मृदा संरक्षण आवश्यक है। अपरदन के कारण मिट्टी की गुणवत्ता में गिरावट आती है, जिससे कृषि उत्पादकता घट जाती है। मृदा संरक्षण के कई उपाय हैं, जैसे समोच्च खेती, वृक्षारोपण, जल-संग्रहण तकनीक, और फसल चक्र। समोच्च खेती और पट्टी खेती ढलानों पर मिट्टी के बहाव को नियंत्रित करने में सहायक होते हैं। वृक्षारोपण से मिट्टी में नमी बनी रहती है और जड़ों द्वारा मिट्टी का बांधाव होता है। इसके अलावा, जल प्रबंधन और नदियों के किनारों पर पौधारोपण अपरदन को रोकने के प्रभावी उपाय हैं। मृदा संरक्षण से दीर्घकालिक कृषि विकास सुनिश्चित होता है और पर्यावरणीय संतुलन भी बना रहता है।
3. भारत में अत्यधिक पशुधन होने के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था में इसका योगदान लगभग नगण्य है। स्पष्ट करें।
उत्तर: भारत में पशुधन की संख्या अत्यधिक है, लेकिन इसका योगदान भारतीय अर्थव्यवस्था में अपेक्षाकृत कम है। इसका मुख्य कारण पशुपालन में उत्पादकता की कमी है। पशुओं की नस्लें सामान्यतः कम दूध और मांस उत्पादन करती हैं। इसके अलावा, पशुपालन में आधुनिक तकनीकों और प्रबंधन की कमी है, जिससे पशुओं की स्वास्थ्य देखभाल और पोषण पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। अधिकांश किसान पारंपरिक विधियों का पालन करते हैं, जो पशुधन की क्षमता का पूर्ण उपयोग नहीं कर पाते। पशुओं की देखभाल के लिए पर्याप्त संसाधनों की कमी, चिकित्सा सुविधाओं का अभाव और प्रशिक्षण की कमी भी उत्पादन में बाधक हैं। पशुधन के सही प्रबंधन, वैज्ञानिक पद्धतियों का प्रयोग, और सरकार द्वारा पर्याप्त समर्थन मिलने पर पशुधन का भारतीय अर्थव्यवस्था में योगदान बढ़ सकता है।
बिहार बोर्ड कक्षा 10 भूगोल अध्याय 1a: प्राकृतिक संसाधन के अन्य महत्वपूर्ण प्रश्नों के उत्तर:
1. भारत की कितनी भूमि पर कृषि की जाती है?
(क) 37%
(ख) 48.83%
(ग) 57%
(घ) 62%
उत्तर (ख)
2. विश्व में कृषि कार्य के लिए जितनी भूमि उपलब्ध है उसमें भारत का हिस्सा कितना है?
(क) 6.9%
(ख) 11.9%
(ग) 19.9%
(घ) 16.5%
उत्तर (ख)
3. भारत में पर्वत का प्रतिशत क्या है?
(क) 10%
(ख) 27%
(ग) 30%
(घ) 48%
उत्तर (ग)
4. भारत में चरागाह के अंतर्गत (2008-09) में कितनी भूमि थी?
(क) 2.83%
(ख) 12%
(ग) 19%
(घ) 26%
उत्तर (क)
5. भूमि ह्रास रोकने का क्या उपाय किया जा सकता है?
(क) उपजाऊ भूमि पर कल कारखाने न खड़े करना
(ख) जलमग्न भूमि का उद्धार करना
(ग) पहाड़ी भागों में सीढ़ी नुमा खेत बनाना
(घ) इनमें सभी
उत्तर (घ)
6. भूमि और मिट्टी का कटाव कैसे रोका जा सकता है?
(क) फसल चक्र अपनाकर
(ख) पशुओं की चराई का नियंत्रण कर
(ग) वनों की अंधाधुंध कटाई पर रोक लगाकर
(घ) इनमें सभी
उत्तर (घ)
7. इनमें कौन उपाय भूमि ह्रास के संरक्षण में उपयुक्त हो सकता है?
(क) भूमि को जलमग्न बनाए रखना
(ख) बाढ़ नियंत्रण
(ग) जनसंख्या वृद्धि की दर में तेजी लाना
(घ) इनमें कोई नहीं
उत्तर (ख)
8. पंजाब में भूमि ह्रास का मुख्य कारण क्या है?
(क) वनोन्मूलन
(ख) सघन कृषि
(ग) अत्यधिक सिंचाई
(घ) अत्यधिक पशु चारण
उत्तर (ख)
9. किस राज्य में सीढ़ी नुमा खेती पर प्रचलित है?
(क) पंजाब में
(ख) हरियाणा में
(ग) उत्तराखंड में
(घ) बिहार में
उत्तर (ग)
10. इनमें कौन कारक मृदा निर्माण में सहायक है?
(क) स्थानीय जलवायु
(ख) पूर्ववर्ती चट्टानें
(ग) वनस्पतियों और जीव
(घ) इनमें सभी
उत्तर (घ)
11. प्रायद्वीपीय भारत की नदी घाटियों में कौन सी मिट्टी मिलती है?
(क) काली मिट्टी
(ख) लाल मिट्टी
(ग) रेतीली मिट्टी
(घ) जलोढ़ मिट्टी
उत्तर (घ)
12. कृषि कार्य के लिए भारत की कौन सी मिट्टी सबसे अधिक महत्वपूर्ण है?
(क) काली मिट्टी
(ख) लाल मिट्टी
(ग) जलोढ़ मिट्टी
(घ) पहाड़ी मिट्टी
उत्तर (ग)
13. बिहार में प्रायः कैसी मिट्टी पाई जाती है?
(क) लाल मिट्टी
(ख) काली मिट्टी
(ग) जलोढ़ मिट्टी
(घ) लैटराइट मिट्टी
उत्तर (ग)
14. इनमें काली मिट्टी का क्षेत्र कौन है?
(क) छोटा नागपुर
(ख) महाराष्ट्र
(ग) गंगा घाटी
(घ) अरुणाचल प्रदेश
उत्तर (ख)
15. इनमें कौन लाल मिट्टी का क्षेत्र है?
(क) पंजाब का मैदान
(ख) छोटानागपुर का पठार
(ग) पूर्व तटीय मैदान
(घ) हिमाचल प्रदेश
उत्तर (ख)
16. इनमें कौन मिट्टी पौधों के लिए सबसे अधिक उपयुक्त है?
(क) मोटे कणों वाली मिट्टी
(ख) सबसे महीन कणों वाली चिकनी मिट्टी
(ग) दोमट अर्थात मध्यम आकार के कणों वाली मिट्टी
(घ) बलुई मिट्टी
उत्तर (ग)
17. रवेदार और रूपांतरित चट्टानों के टूटने से किस प्रकार की मिट्टी बनती है?
(क) वाहित मिट्टी
(ख) दोमट मिट्टी
(ग) बलुई मिट्टी
(घ) लाल मिट्टी
उत्तर (घ)
18. किस मिट्टी में लोहे के ऑक्साइड मिला करते हैं?
(क) लाल मिट्टी
(ख) लैटेराइट मिट्टी
(ग) काली मिट्टी
(घ) जलोढ़ मिट्टी
उत्तर (ख)
19. भारत के किस क्षेत्र में मरुस्थलीय मिट्टी पाई जाती है?
(क) पूर्वोत्तर भारत में
(ख) भारत के पश्चिमी शुष्क भाग में
(ग) दक्षिण भारत के नीलगिरी क्षेत्र में
(घ) झारखंड में
उत्तर (ख)