
बिहार बोर्ड कक्षा 10 भूगोल अध्याय 1d: खनिज संसाधन के इस अध्याय में हमलोग मैट्रिक वार्षिक परीक्षा 2023 के लिए महत्वपूर्ण अब्जेक्टिव एवं सब्जेक्टिव प्रश्नों का आध्यान करेंगे ।
पाठ्यपुस्तक | BSTBPC |
कक्षा | कक्षा-10 |
विषय | भूगोल |
अध्याय | अध्याय 1D |
प्रकरण | खनिज संसाधन |
बिहार बोर्ड कक्षा 10 भूगोल अध्याय 1d: खनिज संसाधन के वस्तुनिष्ठ प्रश्नों के उत्तर:
1. भारत में लगभग कितने खनिज पाये जाते हैं?
(क) 50
(ख) 100
(ग) 150
(घ) 200
उत्तर: (ग)
2. इनमें से कौन लौह युक्त खनिज का उदाहरण है?
(क) मैंगनीज
(ख) अभ्रक
(ग) बॉक्साइट
(घ) चूना-पत्थर
उत्तर: (क)
3. निम्नलिखित में कौन अधात्विक खनिज का उदाहरण है?
(क) सोना
(ख) टिन
(ग) अभ्रक
(घ) ग्रेफाइट
उत्तर: (ग)
4. किन खनिजों को उद्योगों की जननी माना गया है?
(क) सोना
(ख) तांबा
(ग) लोहा
(घ) मैंगनीज
उत्तर: (ग)
5. कौन लौह अयस्क का एक प्रकार है?
(क) लिग्नाइट
(ख) हेमेटाइट
(ग) बिटुमिनस
(घ) इनमें से सभी
उत्तर: (ख)
6. कौन भारत का सबसे बड़ा लौह उत्पादक राज्य है?
(क) कर्नाटक
(ख) गोवा
(ग) उड़ीसा
(घ) झारखंड
उत्तर: (ग)
7. छत्तीसगढ़ भारत का कितना प्रतिशत लौह अयस्क उत्पादन करता है?
(क) 10
(ख) 20
(ग) 30
(घ) 40
उत्तर: (घ)
8. मैंगनीज उत्पादन में भारत का विश्व में क्या स्थान है?
(क) प्रथम
(ख) द्वितीय
(ग) तृतीय
(घ) चतुर्थ
उत्तर: (ख)
9. एक टन इस्पात बनाने में कितना मैंगनीज का उपयोग होता है?
(क) 5 कि. ग्रा.
(ख) 10 कि. ग्रा.
(ग) 15 कि. ग्रा.
(घ) 5 कि. ग्रा.
उत्तर: (ख)
11. उड़ीसा किस खनिज का सबसे बड़ा उत्पादक है?
(क) लौह अयस्क
(ख) मैंगनीज
(ग) टिन
(घ) तांबा
उत्तर: (क)
12. अल्युमिनियम बनाने के लिए किस खनिज की आवश्यकता पड़ती है?
(क) मैंगनीज
(ख) टिन
(ग) लोहा
(घ) बॉक्साइट
उत्तर: (घ)
13. देश में तांबे का कुल भंडार कितना है?
(क) 100 करोड़ टन
(ख) 125 करोड़ टन
(ग) 150 करोड़ टन
(घ) 175 करोड़ टन
उत्तर: (ख)
14. बिहार-झारखंड में देश का कितना प्रतिशत अभ्रक होता है?
(क) 60
(ख) 70
(ग) 80
(घ) 90
उत्तर: (ग)
15. सीमेंट उद्योग का सबसे प्रमुख कच्चा माल क्या है?
(क) चूना पत्थर
(ख) बॉक्साइट
(ग) ग्रेनाइट
(घ) लोहा
उत्तर: (क)
बिहार बोर्ड कक्षा 10 भूगोल अध्याय 1d: खनिज संसाधन के लघु उत्तरीय प्रश्नों के उत्तर:
1. खनिज क्या है?
उत्तर: खनिज वे प्राकृतिक पदार्थ हैं जो पृथ्वी की सतह से निकाले जाते हैं। ये पदार्थ ठोस होते हैं और इनमें एक निश्चित रासायनिक संरचना होती है। खनिजों का उपयोग उद्योगों, कृषि, और अन्य कार्यों में होता है। कुछ प्रमुख खनिजों में कोयला, लोहा, तांबा, और बॉक्साइट शामिल हैं। खनिज संसाधनों का सतत उपयोग आवश्यक है।
2. धात्विक खनिज के दो प्रमुख पहचान क्या है?
उत्तर: धात्विक खनिज वे होते हैं जिनमें धातु का उच्च प्रतिशत होता है।
इनकी दो प्रमुख पहचान हैं:
(1) ये बिजली और ताप के अच्छे चालक होते हैं, जैसे लोहा और तांबा।
(2) इन्हें पिघलाकर विभिन्न रूपों में ढाला जा सकता है, जैसे इस्पात और अल्युमिनियम।
3. खनिजों की विशेषताओं का उल्लेख कीजिए।
उत्तर: खनिज प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले पदार्थ होते हैं जिनकी एक निश्चित रासायनिक संरचना होती है। ये ठोस होते हैं और विभिन्न रंग, कठोरता और चमक के होते हैं। खनिज पृथ्वी की गहराई में विभिन्न प्रक्रियाओं से बनते हैं। इन्हें खनन प्रक्रिया द्वारा निकाला जाता है और इनका औद्योगिक उपयोग होता है।
4. लौह अयस्क के प्रकारों के नाम लिखिए।
उत्तर: लौह अयस्क के प्रमुख प्रकार हैं:
(1) हेमेटाइट, जिसमें लौह की उच्च मात्रा होती है।
(2) मैग्नेटाइट, जो मजबूत चुंबकीय गुणों वाला होता है।
(3) लिमोनाइट, जो लौह के हाइड्रॉक्साइड का एक प्रकार है।
(4) साइडेराइट, जो लौह कार्बोनेट होता है।
5. लोहे के प्रमुख उत्पादक राज्यों के नाम लिखिए।
उत्तर: भारत में लोहा उत्पादन करने वाले प्रमुख राज्य हैं:
(1) कर्नाटक, जो उच्च गुणवत्ता वाला लौह अयस्क उत्पादित करता है।
(2) ओडिशा, जहां लौह अयस्क के बड़े भंडार हैं।
(3) झारखंड, जो भारत का प्रमुख लौह उत्पादक राज्य है।
(4) छत्तीसगढ़, जहां इस्पात उद्योग में उपयोग होने वाला लौह अयस्क मिलता है।
6. झारखंड के मुख्य लौह उत्पादक जिलों का नाम लिखिए।
उत्तर: झारखंड के मुख्य लौह उत्पादक जिले हैं:
(1) सिंहभूम, जहां उच्च गुणवत्ता वाला लौह अयस्क पाया जाता है।
(2) धनबाद, जो खनन के लिए प्रसिद्ध है।
(3) हजारीबाग, जो प्रमुख खनिज क्षेत्रों में से एक है।
इन जिलों से खनिज उत्पादन से राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलती है।
7. मैंगनीज के उपयोग पर प्रकाश डालिए।
उत्तर: मैंगनीज इस्पात निर्माण में एक महत्वपूर्ण तत्व है। यह इस्पात को मजबूती और लचीलापन प्रदान करता है। बैटरी निर्माण, रसायन उद्योग, और कांच उद्योग में भी इसका उपयोग होता है। मैंगनीज कृषि क्षेत्र में उर्वरक के रूप में भी उपयोग किया जाता है, जिससे पौधों की वृद्धि बेहतर होती है।
8. अल्युमिनियम के उपयोग का उल्लेख कीजिए।
उत्तर: अल्युमिनियम का उपयोग विमान, ऑटोमोबाइल, पैकेजिंग, बिजली के तार, और निर्माण उद्योग में किया जाता है। यह हल्का, मजबूत और जंगरोधी होता है, जिससे यह वाहनों और हवाई जहाजों के लिए उपयुक्त होता है। इसका उपयोग घरेलू उपकरणों और खाद्य पैकेजिंग में भी व्यापक रूप से होता है।
9. अभ्रक का उपयोग क्या है?
उत्तर: अभ्रक बिजली और गर्मी का अच्छा इंसुलेटर है, जिससे इसका उपयोग बिजली के उपकरणों और इंसुलेशन सामग्री में किया जाता है। इसका उपयोग सौंदर्य प्रसाधन, पेंट, और कागज निर्माण में भी होता है। अभ्रक की पारदर्शिता और लचीलेपन के कारण यह उद्योगों में काफी उपयोगी होता है।
10. चूना-पत्थर की क्या उपयोगिता है?
उत्तर: चूना-पत्थर का उपयोग सीमेंट निर्माण, भवन निर्माण, और कांच निर्माण में किया जाता है। यह एक प्रमुख सामग्री है जो सीमेंट को मजबूती और स्थायित्व प्रदान करती है। इसके अलावा, इसका उपयोग रासायनिक उद्योगों और लोहे की धातुकर्म प्रक्रिया में भी होता है।
11. खनिजों की मुख्य विशेषताओं का उल्लेख कीजिए।
उत्तर: खनिज प्राकृतिक रूप से प्राप्त ठोस पदार्थ होते हैं। इनमें एक निश्चित रासायनिक संरचना होती है और ये विविध रंग, कठोरता और चमक के होते हैं। खनिजों का खनन करके इन्हें उद्योगों में उपयोग किया जाता है। कुछ खनिज धात्विक होते हैं जबकि कुछ अधात्विक होते हैं।
12. खनिजों के संरक्षण एवं प्रबंधन से क्या समझते हैं?
उत्तर: खनिजों का संरक्षण और प्रबंधन इसका विवेकपूर्ण और सतत उपयोग सुनिश्चित करता है ताकि भविष्य की पीढ़ियों के लिए भी खनिज उपलब्ध रहें। इसमें खनिजों का पुनर्चक्रण, कम उपयोग, और पर्यावरण-संवेदनशील खनन प्रक्रियाओं को अपनाना शामिल है, ताकि पर्यावरण पर नकारात्मक प्रभाव कम हो।
बिहार बोर्ड कक्षा 10 भूगोल अध्याय 1d: खनिज संसाधन के दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों के उत्तर:
1. खनिज कितने प्रकार के होते हैं? प्रत्येक का सोदाहरण परिचय दीजिए।
उत्तर: खनिज मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं:
(i) धात्विक खनिज: इन खनिजों में धातु की उपस्थिति होती है। इनसे धातु का निष्कर्षण किया जा सकता है। उदाहरण: लोहा, तांबा, सोना, मैंगनीज आदि।
(ii) अधात्विक खनिज: इनमें धातु की उपस्थिति नहीं होती और यह अन्य उद्देश्यों के लिए उपयोग किए जाते हैं। उदाहरण: अभ्रक, चूना-पत्थर, नमक, फॉस्फेट आदि।
धात्विक खनिजों का उपयोग औद्योगिक और निर्माण कार्यों में होता है, जैसे लोहे का उपयोग इस्पात उद्योग में। अधात्विक खनिजों का उपयोग रसायनिक प्रक्रियाओं और निर्माण सामग्रियों के रूप में किया जाता है, जैसे अभ्रक का उपयोग विद्युत उपकरणों में होता है। खनिज प्राकृतिक रूप से पाए जाते हैं और पृथ्वी की भूगर्भिक प्रक्रियाओं का परिणाम होते हैं।
2. धात्विक एवं अधात्विक खनिजों में क्या अंतर है? तुलना कीजिए।
उत्तर: धात्विक खनिज और अधात्विक खनिजों में प्रमुख अंतर उनके रासायनिक और भौतिक गुणों में होता है:
धात्विक खनिज: इनमें धातु की उपस्थिति होती है, जैसे लोहा, तांबा, सोना आदि। इनसे धातु प्राप्त की जा सकती है, और ये विद्युत और ऊष्मा के अच्छे संचालक होते हैं। ये उद्योगों में धातु उत्पादन के लिए प्रमुख स्रोत होते हैं।
अधात्विक खनिज: इनमें धातु की अनुपस्थिति होती है, जैसे अभ्रक, चूना-पत्थर, कोयला आदि। ये खनिज विद्युत और ऊष्मा के अच्छे संचालक नहीं होते। इनका उपयोग रासायनिक प्रक्रिया, निर्माण कार्यों और अन्य उद्देश्यों के लिए किया जाता है।
धात्विक खनिज औद्योगिक महत्व के होते हैं, जबकि अधात्विक खनिज विभिन्न उद्योगों में कच्चे माल के रूप में काम आते हैं।
3. भारत की खनिज पेटियों का नाम लिखकर किन्हीं दो का वर्णन कीजिए।
उत्तर: भारत में प्रमुख खनिज पेटियां निम्नलिखित हैं:
धुरवा पेटी (छत्तीसगढ़, झारखंड और उड़ीसा): यह क्षेत्र लौह अयस्क और बॉक्साइट के लिए प्रसिद्ध है। धातु आधारित उद्योगों का प्रमुख स्रोत है।
कर्नाटक-पश्चिमी घाट पेटी: कर्नाटक के बेल्लारी और चिकमगलूर जिले में प्रमुख लौह अयस्क की खदानें हैं। यह क्षेत्र मैंगनीज और अन्य धातुओं के उत्पादन के लिए भी महत्वपूर्ण है।
अरावली-पश्चिमी भारत पेटी: यह पेटी राजस्थान और गुजरात में है, और यहां जस्ता, सीसा और चांदी का उत्पादन होता है।
इन खनिज पेटियों का देश के औद्योगिक और आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान है, क्योंकि ये खनिज उद्योगों के लिए कच्चा माल प्रदान करते हैं।
4. लौह अयस्क का वर्गीकरण कर उनकी विशेषताओं को लिखिए।
उत्तर: लौह अयस्क का मुख्यतः चार प्रकारों में वर्गीकरण किया जाता है:
(i) हेमेटाइट: इसमें 60-70% तक लोहा होता है। इसका रंग लाल या भूरा होता है। यह सबसे अधिक शुद्ध लौह अयस्क है और इस्पात उत्पादन के लिए प्रमुख स्रोत है।
(ii) मैग्नेटाइट: इसमें 72% तक लोहा होता है और यह चुंबकीय गुणों से युक्त होता है, जिसका उपयोग इस्पात उद्योग में किया जाता है।
(iii) लिमोनाइट: इसमें 40-60% तक लोहा होता है। इसका रंग पीला-भूरा होता है और इसका उपयोग भी इस्पात निर्माण में किया जाता है।
(iv) साइडराइट: इसमें 40-50% लोहा होता है। यह अपेक्षाकृत निम्न श्रेणी का अयस्क है और कम मात्रा में इस्पात उत्पादन के लिए प्रयोग होता है।
लौह अयस्क इस्पात उद्योग के लिए सबसे महत्वपूर्ण खनिज है और भारत में इसकी व्यापक उपलब्धता है।
5. भारत में लौह अयस्क के वितरण पर प्रकाश डालिए।
उत्तर: भारत में लौह अयस्क का वितरण मुख्यतः छत्तीसगढ़, झारखंड, उड़ीसा, कर्नाटक, और गोवा जैसे राज्यों में होता है।
1. उड़ीसा: यहां की सुंदरगढ़ और मयूरभंज जिलों में प्रमुख लौह अयस्क की खदानें हैं, जो भारत का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य है।
2. झारखंड: झारखंड के सिंहभूम और धनबाद जिलों में प्रमुख लौह अयस्क खदानें हैं, जो देश की आवश्यकताओं का बड़ा हिस्सा पूरा करती हैं।
3. कर्नाटक: बेल्लारी और चिकमगलूर जिलों में उच्च गुणवत्ता का लौह अयस्क पाया जाता है।
4. गोवा: यहां की खदानें भी लौह अयस्क के उत्पादन के लिए जानी जाती हैं, विशेषकर निर्यात के लिए।
लौह अयस्क का भारत में औद्योगिक विकास में प्रमुख योगदान है।
6. मैंगनीज अथवा बॉक्साइट की उपयोगिता तथा देश में इनके वितरण का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
मैंगनीज:
उपयोग: मैंगनीज का उपयोग इस्पात उद्योग में लोहा को मजबूत करने और जंग से बचाने में होता है। इसका उपयोग बैटरी, रसायन, और कांच उद्योग में भी होता है।
वितरण: भारत में मैंगनीज मुख्यतः उड़ीसा, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, और कर्नाटक में पाया जाता है। उड़ीसा में उच्च गुणवत्ता का मैंगनीज मिलता है।
बॉक्साइट:
उपयोग: बॉक्साइट का मुख्य उपयोग अल्युमिनियम उत्पादन में होता है। इसका उपयोग विमान, वाहन, और पैकेजिंग उद्योग में होता है।
वितरण: भारत में बॉक्साइट की प्रमुख खदानें उड़ीसा, झारखंड, गुजरात, और महाराष्ट्र में स्थित हैं। उड़ीसा इस क्षेत्र का सबसे बड़ा उत्पादक है।
इन खनिजों का उद्योगों में महत्वपूर्ण योगदान है और यह देश की आर्थिक प्रगति में सहायक हैं।
7. अभ्रक की उपयोगिता एवं वितरण पर प्रकाश डालिए।
उत्तर:
अभ्रक (Mica) एक महत्वपूर्ण खनिज है, जिसका उपयोग विभिन्न उद्योगों में होता है। इसकी प्रमुख उपयोगिता इसके उच्च तापमान सहन करने की क्षमता और विद्युत का कुचालक होने के कारण है। इसका उपयोग इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों, टेलीफोन, रेडियो, और अन्य विद्युत यंत्रों में इन्सुलेटर के रूप में किया जाता है। सौंदर्य प्रसाधनों, पेंट, कागज, और निर्माण सामग्री में भी इसका उपयोग होता है।
वितरण: भारत अभ्रक उत्पादन में अग्रणी है। झारखंड और बिहार में अभ्रक की प्रमुख खदानें स्थित हैं। झारखंड के कोडरमा, गिरिडीह और हजारीबाग जिलों में इसका बड़े पैमाने पर उत्पादन होता है। इसके अलावा राजस्थान में अजमेर और भीलवाड़ा जिले भी अभ्रक के उत्पादन के लिए प्रसिद्ध हैं। भारत के अभ्रक का एक बड़ा हिस्सा निर्यात किया जाता है, जिससे देश को विदेशी मुद्रा भी प्राप्त होती है।
अभ्रक का उद्योग और निर्माण क्षेत्र में महत्वपूर्ण स्थान है, और इसका वैश्विक व्यापार भी भारत के लिए महत्वपूर्ण है।
8. खनिजों के संरक्षण के उपाय सुझाइये।
उत्तर: खनिजों का संरक्षण आवश्यक है ताकि इनकी स्थिरता बनी रहे। इसके लिए कुछ प्रमुख उपाय निम्नलिखित हैं:
खनिज संसाधनों का विवेकपूर्ण उपयोग: खनिजों का सही और मितव्ययी उपयोग करना चाहिए ताकि वे लंबे समय तक उपलब्ध रहें।
पुनर्चक्रण: धात्विक खनिजों का पुनर्चक्रण करके उनका फिर से उपयोग किया जा सकता है।
खान सुरक्षा: खनन के दौरान पर्यावरणीय नियमों का पालन करना चाहिए, जिससे खनन से जुड़ी हानियों को कम किया जा सके।
प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग कम करना: वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों और कृत्रिम पदार्थों का उपयोग करके खनिजों पर निर्भरता कम की जा सकती है।
खनिज संरक्षण से प्राकृतिक संतुलन बनाए रखना और भविष्य की पीढ़ियों के लिए खनिज उपलब्ध कराना संभव है।
बिहार बोर्ड कक्षा 10 भूगोल अध्याय 1d: खनिज संसाधन के अन्य महत्वपूर्ण प्रश्नों के उत्तर:
1. पृथ्वी पर किस खनिज की प्रधानता है?
(क) धात्विक
(ख) अधात्विक
(ग) कार्बनिक
(घ) इनमें सभी
उत्तर: (क)
2. इनमें कौन अधात्विक खनिज है?
(क) कोयला
(ख) लोहा
(ग) तांबा
(घ) बॉक्साइट
उत्तर: (क)
3. इनमें कौन अलौह खनिज है?
(क) तांबा
(ख) जस्ता
(ग) सीसा
(घ) इनमें सभी
उत्तर: (घ)
4. लौह अयस्क है?
(क) नवीकरणीय संसाधन
(ख) अनवीकरणीय संसाधन
(ग) जैव संसाधन
(घ) मानवकृत संसाधन
उत्तर: (ख)
5. निम्नांकित किस खनिज में भारत सुसंपन्न है?
(क) तांबा
(ख) लोहा
(ग) सोना
(घ) चांदी
उत्तर: (ख)
6. भारत का कौन सा क्षेत्र खनिजों में सबसे अधिक धनी है?
(क) पश्चिमोत्तर क्षेत्र
(ख) दक्षिणी क्षेत्र
(ग) महाराष्ट्र
(घ) पूर्वोत्तर क्षेत्र
उत्तर: (घ)
7. भारत में लगभग कितने लोग खनन कार्य में लगे हुए हैं?
(क) 8 लाख
(ख) 12 लाख
(ग) 16 लाख
(घ) 20 लाख
उत्तर: (क)
8. इनमें कौन लौह अयस्क नहीं है?
(क) हेमाटाइट
(ख) मैग्नेटाइट
(ग) एंथ्रोसाइट
(घ) लाइमोनाइट
उत्तर: (ग)
9. किस किस्म के लोहे में चुंबकीय गुण मिलता है?
(क) हेमाटाइट
(ख) सिडेराइट
(ग) लाइमोनाइट
(घ) मैग्नेटाइट
उत्तर: (घ)
10. इनमें कौन लौह क्षेत्र भारत के पश्चिमी भाग में है?
(क) बस्तर
(ख) ओडिशा
(ग) गोवा
(घ) बेल्लारी
उत्तर: (ग)
11. भारत का सबसे बड़ा लौह अयस्क उत्पादक राज्य कौन-सा है?
(क) ओडिशा
(ख) झारखंड
(ग) कर्नाटक
(घ) गोवा
उत्तर: (ख)
12. इनमें कौन मैंगनीज का महत्वपूर्ण उत्पादक नहीं है?
(क) ओडिशा
(ख) कर्नाटक
(ग) तमिलनाडु
(घ) महाराष्ट्र
उत्तर: (ग)
13. इनमें कौन कथन सही है?
(क) विश्व में मैंगनीज का सबसे बड़ा भंडार भारत में है।
(ख) विश्व में मैंगनीज का पांचवा बड़ा भंडार भारत में है।
(ग) भारत में मैंगनीज का भंडार बहुत कम है।
(घ) भारत का मैंगनीज उच्च कोटि का नहीं होता है।
उत्तर: (ख)
14. किस क्षेत्र का अभ्रक सर्वश्रेष्ठ माना जाता है?
(क) राजस्थान का
(ख) आंध्र प्रदेश का
(ग) झारखंड का
(घ) इनमें सभी का
उत्तर: (ग)
15. झारखंड का घाटशिला किस खनिज के उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है?
(क) तांबा
(ख) बॉक्साइट
(ग) अभ्रक
(घ) लौह अयस्क
उत्तर: (क)
16. बगरू पहाड़ी क्षेत्र से कौन सा महत्वपूर्ण खनिज पदार्थ होता है?
(क) कोयला
(ख) तांबा
(ग) लोहा
(घ) बॉक्साइट
उत्तर: (घ)
17. कालाहांडी खनिज क्षेत्र किस राज्य में विद्यमान है?
(क) झारखंड में
(ख) ओडिशा में
(ग) महाराष्ट्र में
(घ) छत्तीसगढ़ में
उत्तर: (ख)
18. गुजरात का कैरा क्षेत्र किस खनिज उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है?
(क) अभ्रक
(ख) बॉक्साइट
(ग) मैंगनीज
(घ) लोहा
उत्तर: (ख)
19. इनमें सबसे अधिक कठोर खनिज कौन है
(क) लोहा
(ख) मैंगनीज
(ग) हीरा
(घ) सोना
उत्तर: (ग)